गणतंत्र दिवस पर सीएम भूपेश बघेल ने गोंडी भाषा में सम्बोधन की सुरुआत
गणतंत्र दिवस पर बेरोजगारी भत्ता सहित कई बड़ी घोषणाएं

सीजी न्यूज़ हिंदी रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जगदलपुर के लाल परेड मैदान पर किया और परेड की सलामी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के नाम संबोधन दिया, जिसमें सीएम भूपेश बघेल ने कई घोषणाएं की। वहीं जनवरी 2023 दिसंबर 2023 मासिक पात्रता का चावल मुफ्त देने की घोषणा की है।
- कर्मचारियों के लिए राज्य सरकार पुरानी पेंशन बहाली का ऐलान किया ।
अगले वित्तीय वर्ष अर्थात अप्रैल 2023 से बेरोजगारों को हर महीने बेरोजगारी भत्ता दिया जायेगा।
आगामी वित्तीय वर्ष से बस्तर संभाग, सरगुजा संभाग और प्रदेश के अनुसूचित क्षेत्रों में आदिवासी समाज के पर्वों के उत्तम आयोजन के लिये प्रत्येक ग्राम पंचायत को 10 हजार रूपये प्रतिवर्ष प्रदान किया जाएगा।
इसे लागू करने के लिए सरकार अडिग दृढ़ता से पालन करेगी। मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने सुघ्घड़ पढ़वैय्या योजना का जिक्र करते हुए कहा कि सभी स्कूलों को इस योजना के लिए सहमति प्रदान किया जाएगा। शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए बहुत ही अच्छा प्रयास है।
सीएम भूपेश बघेल ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को बड़ी सौगात दी है,जिसके अनुसार महिला समूहों एवं उद्यमियों, महिला व्यवसायियों तथा महिला स्टार्ट अप को उद्योग स्थापित करने के लिए नवीन योजना आरंभ की जायेगी।
ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने, रोजगार और लोगों की आय बढ़ाने के लिये ग्रामीण उद्योग नीति बनाई जायेगी। उद्योग विभाग द्वारा विकसित औद्योगिक क्षेत्रों में स्थित इकाईयों को टेक्स फ्री किया जायेगा ।
अपने संबोधन की शुरुआत सीएम भूपेश बघेल ने गोंडी भाषा से की, संबोधन में सर्वप्रथम स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया और कहा कि देश की अखंडता, एकता और समरसता के लिए हमारे कई वीर सपूतों ने कुर्बानी दी है।
छत्तीसगढ़ी बोली में सीएम भूपेश बघेल सम्बोधन
हमर भारत के सबले बड़े तिहार गणतंत्र दिवस के बेरा म हमर सियान मन ल दाई-दीदी मन ल भाई-बहिनी, संगवारी अउ नोनी-बाबू मन ल जय जोहार! आज हमर संविधान के जय-जयकार करे के दिन हवय। आज जम्मो मनखे मन के घलोक जय-जयकार करे के दिन हे। काबर के गणतंत्र के बिचार म जम्मो मनखे के अधिकार समाय हवय। इही हमर संविधान के खूबसूरती हे। जेखर बर हमर पुरखा मन सहादत दीन अउ अंगरेज मन ल खदेड़ के हमन ल आजादी दिलाइस, ओखर पाछू अइसन संविधान बनाइन जेला खुद, हम भारत के लोग मन ह, खुद ल अरपित करे हन। हर मनखे के संविधान हे जेखर सेती मतदाता मन के वोट ले सरकार बनथे। अइसन संविधान अउ लोकतंत्र ल बचाय के जिम्मेवारी अब हमर अउ अवइया पीढ़ी के हवय।