पदोन्नति सूची फिर विवादों के घेरे में 51 शिक्षकों के नाम सूची से गायब

51 शिक्षकों के नाम सूची से गायब होने पर आक्रोश

पदोन्नति सूची फिर विवादों के घेरे में 51 शिक्षकों के नाम सूची से गायब

सीजी न्यूज़ हिंदी मैनपुर । मैनपुर ब्लॉक के पदोन्नति सूची फिर विवादों के घेरे में आ गई है। जिन पर जांच चल रहा है ऐसे कथित फर्जी शिक्षाकर्मियों को पदोन्नति का लाभ दे दिया है। पूर्व में शामिल ऐसे ही 51 शिक्षकों के नाम सूची से गायब होने पर अब आक्रोश बढ़ने लगा है। जिले के पदोन्नति सूची में मैनपुर जनपद के टी संवर्ग शिक्षकों की सूची फिर एक बार विवादों में आ गया है।

यह दूसरी बार है जब मैनपुर जनपद में नियुक्त कथित फर्जी शिक्षाकर्मियों के कारण व्यवस्था प्रभावित हुई है। इस बार उन 51 शिक्षक एलबी ने संसोधित सूची पर सवाल खड़ा किया है जिनके नाम पहले सूची में शामिल था। विभागीय पुनरीक्षित पदोन्नति समिति ने 17 जनवरी को संसोधित सूची जारी किया था, जिसमें 31 अक्टूबर को जारी सूची में शामिल 51 नाम गायब मिले। नए सूची में जारी करने के साथ ही ब्लॉक स्तर पर काउंसलिंग की तिथि भी जारी कर दिया गया है। 18 जनवरी को डीईओ डीएस चौहान ने जारी आदेश में जिलेभर की काउंसलिंग तिथि भी तय कर दिया है। जारी आदेश के मूताबिक, 20 जनवरी से देवभोग से काउंसलिंग शुरू हो गई है। विवादित सूची वाले ब्लॉक में 23 को काउंसलिंग होना है।

बताते दे कि विभाग के संयुक्त संचालक के कुमार ने दिनांक 28/11/22 को जारी पत्र में लंबित प्रकरणों के जांच उपरांत ही उन्हें पदोन्नति सूचि में शामिल करने अपना अभिमत दिया था। हटाये गए 51 लोगों को हटाने सम्बन्धी भी कोई निर्देश सुयुक्त संचालक से जारी नहीं हुआ है। आहत कर्मियों ने इसे जिला स्तर पर अफसरों में तालमेल की कमी व मनमानी बताया है। वंचित 51 लोगों ने मोर्चा खोल दिया है- आनन-फानन में जारी तिथि के बीच वंचित हो रहे 51 लोगों ने संसोधित सूची के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

 गुरुवार को वंचित लोगों के एक प्रतिनिधि मंडल ने कलक्टर व डीईओ से मिलकर आपत्ति भी दर्ज कराया है, लेकिन उन्हें आगामी सूची में शामिल करने का आश्वासन डीईओ चौहान द्वारा दिया है। जिन 51 लोगों के नाम पदोन्नति सूची से हटाया गया उन पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी हासिल करने का आरोप था, लेकिन ये लोग जांच में शामिल हुए थे। इन पर कोई जांच लंबित नहीं है। 2005 में नियुक्त इन कर्मियों के सम्बंध में जांच समिति ने अनुभव में अंक की पात्रता नहीं है का उल्लेख किया है। कमेटी ने इन्हें फर्जी नहीं बताया है पर कमेटी ने रिपोर्ट में जिनकी जांच लंबित है। दस्तावेज परीक्षण योग्य बताया गया है। ऐसे 65 कर्मियों में से 9 लोगों के नाम सूची में शामिल कर दिया गया है।
 
जारी संसोधित सूची में बड़ी गड़बड़ी है जो सूची पर सवालिया निशान लगा रहा है। सूची के मुताबिक, सुखसागर कुर्रे, अनु महिलांगे, खगेश सिन्हा, झनकेश्वरी ध्रुव, कोमल दिवान मैनपुर ब्लॉक में पदस्थ है किन्तु इनकी पदस्थापना छुरा विकास खंड दशार्या गया है। संतोषी पटेल गरियाबंद ब्लॉक में पदस्थ है जिन्हें मैनपुर ब्लॉक में पदस्थापना केराबहरा है लेकिन सूची में कोदोबतर बताया गया है। मुकुंद कुटारे की पदस्थापना कुकरार में है किंतु उसे चिखली कर अनेक त्रुटि किया गया है।