विकासखंड स्तरीय समावेशी शिक्षा सीडब्ल्यूएसएन प्रशिक्षण मैनपुर में संपन्न
विशेष क्षमता वाले बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने का आग्रह

सीजी न्यूज़ हिंदी मैनपुर। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा विशिष्ट अक्षमता न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर ऑटिज्म अधिनियम अक्षमता वाले विद्यालय इन बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा में जोड़ने की लिए बीआरसीसी भवन मैनपुर में प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं की शिक्षकों का चार दिवसीय प्रशिक्षण हुआ। विकासखंड शिक्षा अधिकारी महेश राम पटेल एवं विकासखंड स्रोत सम्यंनक शिवकुमार नागे के निर्देश में मास्टर ट्रेनर चांदे सिन्हा और सरोज सेन ने सभी शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया।
विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्री पटेल ने कहा कि इन विशेष आज क्षमता वाले बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने का आग्रह किया जाए। जब तक की पढ़ने के उम्र में बच्चे नहीं पढ़ेंगे तो आने वाले समय में भी वे लोग अशिक्षित ही रह सकते हैं। ऐसी स्थिति निर्मित हो जाती है इसलिए मुख्यधारा में जोड़ना अनिवार्य है।
विकासखंड स्रोत समन्वयक शिवकुमार नागे ने कहा कि हम सब विशेष क्षमता वाले बच्चों को चिन्हित कर व्यवहार एवं आत्मीयता के साथ इन बच्चों को शिक्षा प्रदान करने की बात कही। प्रशिक्षकों में 21 प्रकार की विकलांगता को बहुत ही बेहतरीन तरीका से साझा किया। इस मौके पर लीलाधर प्रधान, नागेश्वर साहू, फूलचंद मरकाम, चंद्रशेखर बघेल, नीलांबर बघेल, गोकुल बघेल, नंदकुमार सोनवानी, गणेश दुर्गा, दामोदर कश्यप, कल्याण मांझी, रितेन प्रधान, कुमार कश्यप आदि शिक्षकों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। सम्यंनक सरोज सेन की विशेष भूमिका रही है।