विधायक किस्मतलाल नंद ने भवन हेतु 20 लाख रुपए की घोषणा

समारोह के दौरान भवन हेतु भूमि पूजन किया गया।

विधायक किस्मतलाल नंद ने भवन हेतु 20 लाख रुपए की घोषणा

सीजी न्यूज़ हिंदी मैनपुर। ब्लॉक मुख्यालय से 3 किमी दूर भाटीगढ़ क्षेत्र के धर्मस्थल में गांड़ा समाज की जिला स्तरीय सम्मेलन आयोजित हुआ। इसमें 5 ब्लॉकों से सदस्य, अध्यक्ष एवं समाजजन महिला- पुरुष सहित सैकड़ों की संख्या में उपस्थित थे। बाजे गाजे के साथ उनका स्वागत किया गया।

मुख्य अतिथि किस्मत लाल नंद ने कहा कि बाबासाहेब आंबेडकर ने भी कहा है कि शिक्षित बनो संगठित रहो और संघर्ष करो इसी धारणा के साथ बाबासाहेब आंबेडकर की रिश्तेदार प्रकाश आंबेडकर बरगढ़ जा रहे थे तब मैं उनको सामाजिक कार्यक्रम में लेकर जा रहा था, प्रकाश अंबेडकर ने बताया कि समाज को शिक्षित करना अति आवश्यक है। वहीं बरगढ़ के समाज वाले भी बताया कि हमारे समाज की फंड में 16 लाख रुपए हैं इसलिए समाज को आर्थिक दृष्टि से ही मजबूत करना है और शिक्षित भी होना अनिवार्य है। शिक्षा एक शेरनी की दूध है। इसे मैं जहां भी जाता हूं बार-बार दोहराता रहता हूं। शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए। वहीं कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं सरायपाली विधायक किस्मत लाल नंद 20 लाख रुपए की भवन की घोषणा की है, 10 लाख रूपए पैरी गंगा भाटीगढ़ का सर्कल और 10 लाख रुपए मोहदा सर्कल के लिए घोषणा की भाटीगड़ की भवन के लिए भूमि पूजन भी किया गया।

श्री नंद ने कहा कि समाज को संगठित करना है तो अलग-अलग विभक्त में नहीं बंटना है। यदि भिन्न-भिन्न में बंटे रहेंगे तो समाज मजबूत नहीं होगा। आप उदाहरण के लिए देख सकते हैं। साहू समाज, सतनामी समाज, गोंड़ समाज सब एक होकर के कार्य कर रहे हैं और उनकी संगठन मजबूत है, शासन प्रशासन भी उनकी सुनता है।

अध्यक्षता कर रहे प्रहलाद गंधर्व छत्तीसगढ़ सर्व गांड़ा समाज के संरक्षक ने संगठन को जोर दिया। उन्होंने कहा कि समाज को जब तक जोड़ेंगे नहीं तब तक मजबूत नहीं होगा, विशिष्ट अतिथि आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जनक ध्रुव ने कहा कि बाबासाहेब आंबेडकर ने जो समाज के हित में कार्य किए हैं उसको कभी भुलाया नहीं जा सकता है, समाज को सबसे पहले शिक्षित बनाना ही होगा तब जाकर के आगे बढ़ सकते हैं और आर्थिक दृष्टि के लिए भी निसंकोच कार्य कर आर्थिक मजबूती भी बनानी है।

वहीं जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम ने कहा कि छत्तीसगढ़ में प्रत्येक जिला प्रत्येक गांव में गांड़ा समाज है। सभी समाज को संगठित करना अनिवार्य है। यदि असंगठित रहेंगे तो विकास होने में काफी मुश्किल होती है इसलिए संगठित होना बहुत ही जरूरी है।