ESI Scheme: मुफ्त इलाज से लेकर फैमिली पेंशन तक, ईएसआई बीमित कर्मचारी को मिलेगे 5 बड़े फायदे
ESI का लाभ उन कर्मचारियों को मिलता है जिनकी मासिक आय 21 हजार या उससे कम है। यह योजना कर्मचारी राज्य बीमा निगम द्वारा चलाई जाती है।

कौन से कर्मचारी इस ईएसआई के लिए पात्र हैं
ईएसआई का लाभ उन कर्मचारियों को मिलता है जिनकी मासिक आय 21 हजार या उससे कम है। वहीं शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्तियों के लिए न्यूनतम वेतन सीमा 25000 रुपये प्रति माह है। ESI योजना में कर्मचारी और नियोक्ता दोनों की ओर से योगदान दिया जाता है। इसमें कर्मचारी की ओर से वेतन का 1.75 प्रतिशत और नियोक्ता की ओर से कर्मचारी के वेतन का 4.75 प्रतिशत योगदान करने का नियम है।
ये हैं फायदे जो मिलेगे आपको
ईएसआई योजना के तहत आने वाले कर्मचारियों को मुफ्त इलाज का पहला लाभ मिलता है। इस योजना के तहत बीमित व्यक्ति के अलावा आश्रित परिवार सदस्यों को मुफ्त इलाज की सुविधा भी दी जाती है। बीमित व्यक्ति और उसके परिवार के सदस्यों के इलाज पर खर्च की कोई अधिकतम सीमा नहीं है।
सेवानिवृत्त कर्मचारी और स्थायी रूप से विकलांग बीमित व्यक्ति और उसके पति या पत्नी को 120 रुपये के वार्षिक प्रीमियम पर चिकित्सा देखभाल प्रदान की जाती है। बीमित व्यक्ति को बीमारी के दौरान नकद में 91 दिनों के लिए छुट्टी का भुगतान किया जाता है। यह भुगतान मजदूरी के 70 प्रतिशत की दर से किया जाता है।
मातृत्व अवकाश भी ईएसआई के माध्यम से उपलब्ध है। इसमें महिलाओं को डिलीवरी में 26 हफ्ते तक और अबॉर्शन के मामले में छह हफ्ते तक औसत मजदूरी का 100 फीसदी भुगतान किया जाता है।
अगर रोजगार के दौरान किसी बीमित व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है, तो उसके अंतिम संस्कार के लिए मूल खर्च या अधिकतम 10 हजार रुपये तक का भुगतान ईएसआईसी द्वारा किया जाता है। इसके अलावा आश्रितों को मासिक पेंशन निश्चित अनुपात में दी जाती है। पेंशन को 3 भागों में बांटा गया है- पहला बीमित व्यक्ति की पेंशन, दूसरा बच्चा और तीसरा उसके माता-पिता की पेंशन।
ईएसआई बीमित व्यक्ति को अस्थायी विकलांगता के मामले में और स्थायी विकलांगता के मामले में पूर्ण वसूली के समय तक पूरे जीवन के लिए मासिक पेंशन दी जाती है। वहीं आश्रितों को रिटायरमेंट के बाद पेंशन, बेरोजगारी भत्ता, मुफ्त इलाज की सुविधा भी मिलती है।