Nasa Mars rover collects: मंगल पर हो गया चमत्कार, नासा की कामयाबी पर दुनिया मे हडकंप

नासा ने पर्सीवरेंस रोवर मंगल ग्रह पर जीवन के अवशेष खोज रहा है। हाल ही में लिए गए सैंपल में कार्बनिक पदार्थ भी मिले हैं।

Nasa Mars rover collects: मंगल पर हो गया चमत्कार, नासा की कामयाबी पर दुनिया मे हडकंप
NASA

अंतरिक्ष में मचाया भयानक बवंडर के बाद मंगल पर मच गया। घमासान भारत ने मंगल पर घर बनाने की तैयारी कर ली। तैयारी में दोस्तों दुनिया के वैज्ञानिक पृथ्वी के बाहर जीवन खोजने की कोशिश लंबे समय से कर रहे हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि पृथ्वी के बाहर कहीं ना कहीं जीवन संभव हो सकता है। सौर मंडल के ग्रह मंगल को जीवन के लिए काफी अनुकूल माना जाता है। भारत भी मंगल पर रिसर्च कर रहा है। मंगल पर नासा एयर क्राफ्ट भेज चुका है। अमेरिकी संस्था नासा को दुनिया की सबसे ताक़तवर  संस्था माना

जाता है। नासा मंगल संबंधित बहुत से मिशन पर काम कर रहा है। चांद और मंगल पर तरह-तरह की खोज नासा के द्वारा की जा रही है। अमेरिका और चीन दोनों चांद में मौजूद खजाने पर कब्जा करना चाहते हैं। अमेरिका तो चांद में मौजूद बहुमूल्य खजाने को खोजने की स्कीम भी बना चुका है। वहीं चीन भी चांद पर कब्जे के लिए बेताब हैं । चांद पर दोनों देशों के बीच जंग जैसा माहौल है। अगर हालात यही रहे तो धरती के बाद चांद में भी भयानक जंग छिड़ जाएगी। भारत मिशन चंद्रयान 3 पर काम कर रहा है जो जल्द ही लांच होने वाला है। दोस्तों दुनिया के बीच भारत एक बड़ी अंतरिक्ष ताकत है। दुनिया के गिने-चुने देश की अंतरिक्ष में अपने मिशन को अंजाम दे रहे हैं।

भारत उनमें से एक है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र इसरो देश की शान है जो देश को मजबूती देने के लिए लगातार जुड़ा हुआ है। जल्द ही भारत अंतरिक्ष में खुद का स्पेस स्टेशन बनाना चाहता है और इसके लिए वह मिशन गगनयान पर लगा हुआ है। दोस्तों इसी बीच नासा को एक बड़ी कामयाबी मिली है जिससे धरती के बाहर जीवन की संभावना बढ़ गई है। सवाल उठता है कि आखिर ऐसा क्या खोजा है।

नासा के कामयाबी पर पुरी दुनिया में हलचल मची है  नासा ने पर्सीवरेंस रोवर मंगल ग्रह पर जीवन के अवशेष खोज रहा है। हाल ही में लिए गए सैंपल में कार्बनिक पदार्थ भी मिले हैं। यह खोज किसी खजाने से कम नहीं है। ऐसा हम नहीं बल्कि नासा ने ट्वीट कर इस बात को कहा है। इससे वैज्ञानिक मान रहे हैं इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में प्रोजेक्ट के वैज्ञानिक जांच कर रहे हैं। उनमें कार्बनिक पदार्थ अब तक के विषय में सबसे ज्यादा मिली है। लाल ग्रह पर पर्सीवरेंस रोवर का मिशन 18 महीने पहले शुरू हुआ था।